पादप जनन की प्रकिया और महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न

पादप जनन की प्रकिया
पादप जनन वह प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से पौधे अपने जैसे नए संतति उत्पन्न करते हैं।
यह मुख्यतः दो प्रकार से होता है –
- लैंगिक जनन (Sexual)
- अलैंगिक जनन (Asexual)
जीवन चक्र की दृष्टि से पौधे का सबसे महत्वपूर्ण भाग पुष्प है। यह पौधे के प्रजनन में सहायक होता है। एक पुष्प में पुंकेसर (Stamens) और स्त्रीकेसर (Carpels) मिलकर प्रजनन अंगों का निर्माण करते हैं।
परागण (Pollination) और परागण के प्रकार -
परागकणों के परागकोश (Anther) से वर्तिका (Stigma ) तक पहुंचने की क्रिया को परागण (Pollination) कहते हैं I परागण की क्रिया लैंगिक जनन के लिए आवश्यक होता है। परागण की क्रिया दो प्रकार से होती है-
- स्व-परागण तथा
- पर परागण
उभयलिंगी पुष्प में, पुमंग (Androecium) तथा जायांग (Gynoecium) के अलग-अलग समय पर परिपक्व होने की घटना पृथकपक्वता या भिन्नकालपक्वता (Dichogamy) कहलाती है I

पृथकपक्वता दो प्रकार की-
- पूर्वपुंपक्वता (Protandry) तथा
- पूर्वस्त्रीपक्वता (Protogany)
पूर्वपुंपक्वता में परागकोश अंडाशय से पूर्व पकते हैं, जबकि पूर्वस्त्रीपक्वता में अंडाशय परागकोश से पहले पकता है अर्थात परिपक्व होता है। इन स्थितियों में पुष्पों में स्वपरागण संपन्न नहीं हो पाता है।
लैंगिक और अलैंगिक जनन की विधियाँ -
कायिक प्रवर्धन (Vegetative Propagation), प्रजनन की एक अलैंगिक विधि है। इसमें नए पौधे किसी भी जनन अंग की सहायता के बिना, पुराने पौधों के भागों (जैसे तना, जड़ एवं पत्तियां) से प्राप्त किए जाते हैं। स्तंभ कर्तन या तना काट (Stem Cutting), दाब लगाना (Layering) तथा कलम बांधना (Grafting) आदि इसकी पारंपरिक विधियां हैं। अलैंगिक जनन द्वारा उत्पन्न नए पौधे अपने जनक (Parent) के आकारिकीय तथा आनुवंशिकीय रूप से समरूप होते हैं। इसके विपरीत लैंगिक जनन द्वारा उत्पन्न (बीजों से) पौधे आकारिकीय तथा आनुवंशिकीय रूप से अपने जनकों के समरूप नहीं होते, उनमें विभिन्नताएं पाई जाती हैं।
बोगेनविलिया, कार्नेशन, गुलाब तथा अंगूर में स्तंभ कर्तन द्वारा प्रवर्धन होता है, जबकि कोको (Coco) में स्तंभ कर्तन द्वारा प्रवर्धन के साथ ही बीजों (Seeds) द्वारा प्रवर्धन भी होता है। इसके बीजों को सर्वप्रथम नर्सरी में उगाते हैं, तत्पश्चात इन नवजात पौधों को मृदा में चार फीट की दूरी पर प्रत्यारोपित (Transplant) कर देते हैं।
दाब तकनीक में पौधे की तना शाखा को दबाकर भूमि से संपर्क कराया जाता है, कुछ दिनों में तना शाखा में जड़ें उग आती हैं। इसे अलग कर नए पौधे के रूप में उगा लिया जाता है। चमेली के पौधे का प्रवर्धन इसी प्रकार किया जाता है, जबकि मौसमी के पौधे का प्रवर्धन कलन बंध तकनीक से किया जाता है।
गन्ना (Sugarcane) कुल-ग्रेमिनी (Family-Gramineae) के अंतर्गत आता हैI गन्ने (Sugarcane) का तना ठोस (Solid) एवं संधिबद्ध ( Jointed) होता है, जिसमें पर्व (Nodes ) तथा पर्वसंधियां (Internodes) पाई जाती हैं। इसमें आमतौर पर स्तंभ कर्तन या तना काट विधि द्वारा कायिक प्रवर्धन (Vegetative Propagation) होता है।
पौधे के कायिक भागों यथा-जड़, स्तंभ एवं पत्तों द्वारा जनन, जिसमें लैंगिक अंग क्रियात्मक भाग नहीं होते, ‘कायिक प्रवर्धन’ (Vegetative Propagation) कहलाता है। कायिक जनन का मुख्य लाभ यह है कि इससे कोई भी क्षेत्र बड़ी शीघ्रता से एक जाति विशेष द्वारा आच्छादित हो जाता है, परंतु यह जनन विधि जाति शृंखला की दूरस्थ वृद्धि में सहायक नहीं है, क्योंकि कायिक अंग उतनी दूरी तक नहीं वितरित हो पाते जितने कि बीज। कायिक जनन द्वारा उत्पन्न संतति जनकरूपेण (Genetically) पैतृक समान होती है और उसमें कोई भिन्नता या नए गुण और ओज नहीं आ पाते। कायिक जनन विषाणुओं का प्रसार करने में सहायक है। कायिक प्रवर्धन वर्ष के अधिकतर भाग में चल सकता हैI
पौधों में भ्रूण बीज में मिलता है। अंकुरण प्रक्रिया के फलस्वरूप भ्रूण, बीज से बाहर आता है।
पौधों में गूटी लगाना कृत्रिम कायिक प्रवर्धन की एक तकनीक है, जो वानस्पतिक प्रसारण हेतु किया जाता है। इसमें मूल पौधे से जुड़े रहने के दौरान हवाई तनों में जड़ों को विकसित होने दिया जाता है। वर्षा ऋतु में इसका इस्तेमाल नींबू, संतरा, अमरुद एवं लीची आदि के विकास हेतु किया जाता है।
पादप हॉर्मोन : महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न
Quest-1: पौधों में जनन की वह प्रक्रिया जिसमें नर और मादा युग्मकों के संलयन से एक नए पौधे का निर्माण होता है, क्या कहलाती है?
- अलैंगिक जनन
- लैंगिक जनन
- कायिक प्रवर्धन
- विखंडन
उत्तर: (2) लैंगिक जनन
व्याख्या: लैंगिक जनन (Sexual Reproduction) में नर युग्मक (पराग कण) और मादा युग्मक (अंडाणु) का संलयन होता है, जिसके परिणामस्वरूप युग्मनज (zygote) बनता है, जो एक नए जीव को जन्म देता है।
Quest-2: वह प्रक्रिया जिसमें पराग कण परागकोष से वर्तिकाग्र तक पहुँचते हैं, कहलाती है?
- निषेचन
- अंकुरण
- परागण
- संलयन
उत्तर: (3) परागण
व्याख्या: परागण (Pollination) वह महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जिसमें परागकोष (anther) से पराग कण (pollen grains) निकलकर पुष्प के वर्तिकाग्र (stigma) तक पहुँचते हैं। यह लैंगिक जनन के लिए पहला कदम है।
Quest-3: निम्नलिखित में से कौन सा अलैंगिक जनन का प्रकार नहीं है?
- विखंडन
- बीजाणु निर्माण
- निषेचन
- मुकुलन
उत्तर: (3) निषेचन
व्याख्या: निषेचन (Fertilization) लैंगिक जनन का एक भाग है, जिसमें नर और मादा युग्मक का संलयन होता है। विखंडन (fission), बीजाणु निर्माण (spore formation) और मुकुलन (budding) अलैंगिक जनन की विधियाँ हैं।
Quest-4: जब पराग कण एक ही पौधे के फूल के परागकोष से उसी फूल के वर्तिकाग्र तक पहुँचते हैं, तो यह क्या कहलाता है?
- पर-परागण (क्रॉस-पॉलिनेशन)
- स्व-परागण (सेल्फ-पॉलिनेशन)
- कृत्रिम परागण
- वायु परागण
उत्तर: (2) स्व-परागण (सेल्फ-पॉलिनेशन)
व्याख्या: स्व-परागण में एक ही फूल के पराग कण उसी फूल के वर्तिकाग्र पर स्थानांतरित होते हैं।
Quest-5: निम्नलिखित में से कौन सा कायिक प्रवर्धन का उदाहरण है?
- बीजों से उगाना
- कंद (Tubers) से उगाना
- बीजाणुओं द्वारा जनन
- युग्मकों का संलयन
उत्तर: (2) कंद (Tubers) से उगाना
व्याख्या: कायिक प्रवर्धन (Vegetative Propagation) अलैंगिक जनन की एक विधि है जिसमें पौधे के कायिक भागों, जैसे जड़, तना, पत्ती या कंद से नया पौधा विकसित होता है। आलू में कंद से नया पौधा उगना इसका एक उदाहरण है।
Quest-6: निम्नलिखित में से कौन सा जीव बीजाणुओं के माध्यम से अलैंगिक जनन करता है?
- गुलाब
- फर्न
- आलू
- गुड़हल
उत्तर: (2) फर्न
व्याख्या: फर्न जैसे पौधे बीजाणुओं (spores) का उपयोग करके अलैंगिक जनन करते हैं। बीजाणु बहुत हल्के और छोटे होते हैं जो हवा में दूर तक फैल सकते हैं और अनुकूल परिस्थितियों में नए पौधों को जन्म देते हैं।
Quest-7: फूलों में निषेचन के बाद अंडाशय किसमें विकसित होता है?
- बीज
- फल
- पराग कोष
- वर्तिका
उत्तर: (2) फल
व्याख्या: निषेचन के बाद, अंडाशय (ovary) फूल के अन्य भागों के साथ मिलकर फल में विकसित होता है, जबकि अंडाणु (ovule) बीज में विकसित होता है।
Quest-8: निम्नलिखित में से कौन पर-परागण (cross-pollination) का एक एजेंट नहीं है?
- कीट
- जल
- वायु
- मिट्टी
उत्तर: (4) मिट्टी
व्याख्या: पर-परागण में पराग कणों को एक फूल से दूसरे फूल तक ले जाने के लिए एजेंटों की आवश्यकता होती है। इनमें कीट (मधुमक्खी), जल और वायु शामिल हैं। मिट्टी परागण का माध्यम नहीं है।
Quest-9: गुलाब, चमेली और अंगूर को कलम (cutting) द्वारा उगाने का तरीका किस प्रकार का जनन है?
- लैंगिक जनन
- विखंडन
- कायिक प्रवर्धन
- बीजाणु निर्माण
उत्तर: (3) कायिक प्रवर्धन
व्याख्या: कायिक प्रवर्धन में पौधे के किसी भी भाग (जैसे तने की कलम) का उपयोग करके एक नया पौधा उगाया जाता है। यह अलैंगिक जनन का एक रूप है जो तेजी से और आनुवंशिक रूप से समान पौधे पैदा करता है।
Quest-10: बीजाणु निर्माण की विधि से जनन करने वाला एक जीव कौन सा है?
- गुलाब
- यीस्ट
- राइजोपस (ब्रेड मोल्ड)
- आम
उत्तर: (3) राइजोपस (ब्रेड मोल्ड)
व्याख्या: राइजोपस (Rhizopus), जो ब्रेड मोल्ड के रूप में भी जाना जाता है, बीजाणुधानियों (sporangia) में बीजाणुओं का उत्पादन करके अलैंगिक रूप से प्रजनन करता है।
Quest-11: जब परागण कीटों द्वारा होता है, तो उसे क्या कहा जाता है?
- एनीमोफिली (Anemophily)
- एंटोमोफिली (Entomophily)
- हाइड्रोफिली (Hydrophily)
- ऑर्निथोफिली (Ornithophily)
उत्तर: (2) एंटोमोफिली (Entomophily)
व्याख्या: एंटोमोफिली कीटों द्वारा परागण को संदर्भित करता है। एनीमोफिली वायु द्वारा, हाइड्रोफिली जल द्वारा, और ऑर्निथोफिली पक्षियों द्वारा परागण है।
Quest-12: बीज और फल के निर्माण के लिए कौन सी प्रक्रिया आवश्यक है?
- विखंडन
- बीजाणु निर्माण
- परागण और निषेचन
- कायिक प्रवर्धन
उत्तर: (3) परागण और निषेचन
व्याख्या: परागण के बाद निषेचन ही वह प्रक्रिया है जो बीज (अंडाणु से) और फल (अंडाशय से) के निर्माण की ओर ले जाती है, जो लैंगिक जनन का परिणाम है।
Quest-13: पौधों में अलैंगिक जनन की विशेषता क्या है?
- इसमें दो जनक शामिल होते हैं।
- इसमें युग्मकों का संलयन होता है।
- इसमें केवल एक जनक शामिल होता है।
- इसमें फल और बीज बनते हैं।
उत्तर: (3) इसमें केवल एक जनक शामिल होता है।
व्याख्या: अलैंगिक जनन (Asexual Reproduction) में केवल एक जनक ही एक नए पौधे को जन्म देता है। इसमें युग्मकों का निर्माण या संलयन नहीं होता है।
Quest-14: गुलाब, चमेली और गन्ने के पौधे को उगाने के लिए किस विधि का उपयोग किया जाता है?
- कलम लगाना (Cutting)
- बीजों से उगाना
- मुकुलन
- बीजाणुओं से
उत्तर: (1) कलम लगाना (Cutting)
व्याख्या: कलम लगाना (cutting) कायिक प्रवर्धन की एक विधि है जहाँ एक पौधे की शाखा का एक हिस्सा काटकर उसे मिट्टी में लगाया जाता है, जिससे वह एक नए पौधे के रूप में विकसित हो जाता है।
Quest-15: द्विनिषेचन (double fertilization) नामक प्रक्रिया किस वर्ग के पौधों में पाई जाती है?
- शैवाल
- अनावृतबीजी (जिम्नोस्पर्म)
- ब्रायोफाइटा
- आवृतबीजी (एंजियोस्पर्म)
उत्तर: (4) आवृतबीजी (एंजियोस्पर्म)
व्याख्या: द्विनिषेचन एक अनूठी प्रक्रिया है जो केवल आवृतबीजी (फूल वाले पौधों) में होती है। इसमें एक नर युग्मक अंडाणु के साथ मिलकर युग्मनज बनाता है और दूसरा नर युग्मक केंद्रीय कोशिका के साथ मिलकर भ्रूणपोष (endosperm) बनाता है।
Quest-16: हाइड्रा में जनन की विधि क्या है?
- मुकुलन
- विखंडन
- बीजाणु निर्माण
- खंडन
उत्तर: (1) मुकुलन
व्याख्या: हाइड्रा में मुकुलन (budding) द्वारा अलैंगिक जनन होता है। इसमें एक छोटा मुकुल जनक जीव से विकसित होता है और फिर अलग होकर एक नया स्वतंत्र जीव बन जाता है।
Quest-17: जल द्वारा होने वाले परागण को क्या कहा जाता है?
- एनीमोफिली
- एंटोमोफिली
- हाइड्रोफिली
- ऑर्निथोफिली
उत्तर: (3) हाइड्रोफिली
व्याख्या: हाइड्रोफिली (Hydrophily) वह परागण है जो जल के माध्यम से होता है, आमतौर पर जलीय पौधों में।
Quest-18: एक बीज के विकास के लिए निम्नलिखित में से किसकी आवश्यकता होती है?
- केवल परागण
- केवल निषेचन
- परागण और निषेचन दोनों
- केवल अंकुरण
उत्तर: (3) परागण और निषेचन दोनों
व्याख्या: एक बीज के विकास के लिए, पहले परागण होता है, जिससे पराग कण वर्तिकाग्र तक पहुँचते हैं। इसके बाद, पराग कण से नर युग्मक अंडाणु तक पहुँचकर निषेचन करता है, जिससे बीज का निर्माण होता है।
Quest-19: कायिक प्रवर्धन का मुख्य लाभ क्या है?
- इसमें आनुवंशिक विविधता अधिक होती है।
- यह धीमी प्रक्रिया है।
- यह आनुवंशिक रूप से समान पौधे उत्पन्न करता है।
- इसमें फल और बीज बनते हैं।
उत्तर: (3) यह आनुवंशिक रूप से समान पौधे उत्पन्न करता है।
व्याख्या: कायिक प्रवर्धन अलैंगिक जनन का एक रूप है, इसलिए इससे उत्पन्न होने वाले नए पौधे आनुवंशिक रूप से जनक पौधे के समान (क्लोन) होते हैं।
Quest-20: पराग कणों में क्या होता है?
- मादा युग्मक
- नर युग्मक
- अंडाशय
- भ्रूणपोष
उत्तर: (2) नर युग्मक
व्याख्या: पराग कण (pollen grains) में नर युग्मक होते हैं जो निषेचन के लिए आवश्यक होते हैं।
Quest-21: निम्नलिखित में से कौन सा जनन का एक अलैंगिक प्रकार है जिसमें एक जीव दो बराबर भागों में विभाजित हो जाता है?
- मुकुलन
- विखंडन
- खंडन
- बीजाणु निर्माण
उत्तर: (2) विखंडन
व्याख्या: विखंडन (fission) एक अलैंगिक जनन की विधि है जिसमें एक एकल-कोशिका वाला जीव (जैसे अमीबा या बैक्टीरिया) दो समान भागों में विभाजित होकर दो नए जीवों को जन्म देता है।
Quest-22: कली रोपण (Grafting) किस प्रकार का जनन है?
- लैंगिक जनन
- कृत्रिम कायिक प्रवर्धन
- प्राकृतिक कायिक प्रवर्धन
- बीजाणु निर्माण
उत्तर: (2) कृत्रिम कायिक प्रवर्धन
व्याख्या: कली रोपण (Grafting) मानव द्वारा अपनाई गई एक तकनीक है जिसमें एक पौधे के तने (साँक) को दूसरे पौधे (स्टॉक) पर जोड़ा जाता है। यह कृत्रिम कायिक प्रवर्धन का एक उदाहरण है।
Quest-23: जब पराग कण वायु द्वारा वर्तिकाग्र तक पहुँचते हैं, तो उसे क्या कहते हैं?
- एनीमोफिली
- एंटोमोफिली
- हाइड्रोफिली
- ऑर्निथोफिली
उत्तर: (1) एनीमोफिली
व्याख्या: एनीमोफिली (Anemophily) वायु द्वारा परागण को संदर्भित करता है। इस प्रकार के परागण वाले फूल छोटे और बिना सुगंध के होते हैं, और वे बड़ी मात्रा में हल्के पराग कण उत्पन्न करते हैं।
Quest-24: लैंगिक जनन का मुख्य लाभ क्या है?
- यह तेजी से होता है।
- इसमें आनुवंशिक विविधता नहीं होती है।
- यह आनुवंशिक विविधता उत्पन्न करता है।
- इसमें कम ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
उत्तर: (3) यह आनुवंशिक विविधता उत्पन्न करता है।
व्याख्या: लैंगिक जनन में दो अलग-अलग जनकों से युग्मक मिलते हैं, जिससे आनुवंशिक सामग्री का मिश्रण होता है। यह आनुवंशिक विविधता उत्पन्न करता है, जो प्रजाति के विकास और अनुकूलन के लिए महत्वपूर्ण है।
Quest-25: निम्नलिखित में से कौन सा परागण का सबसे सामान्य प्रकार है?
- जल परागण
- वायु परागण
- पक्षी परागण
- कीट परागण
उत्तर: (4) कीट परागण
व्याख्या: कीट परागण (Entomophily) परागण का सबसे सामान्य प्रकार है, विशेषकर फूल वाले पौधों में। मधुमक्खियाँ, तितलियाँ और अन्य कीट इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
Quest-26: मुकुलन (budding) की विधि से जनन करने वाला एक जीव कौन सा है?
- अमीबा
- यीस्ट
- राइजोपस
- गुलाब
उत्तर: (2) यीस्ट
व्याख्या: यीस्ट (Yeast) एक एकल-कोशिका वाला कवक है जो मुकुलन द्वारा जनन करता है। इसमें जनक कोशिका पर एक छोटा मुकुल विकसित होता है, जो बाद में अलग होकर एक नया जीव बन जाता है।
Quest-27: अलैंगिक जनन से उत्पन्न संतान को क्या कहते हैं?
- संकर (Hybrid)
- क्लोन (Clone)
- युग्मनज (Zygote)
- भ्रूण (Embryo)
उत्तर: (2) क्लोन (Clone)
व्याख्या: अलैंगिक जनन में एक ही जनक से संतान उत्पन्न होती है, जिसके परिणामस्वरूप आनुवंशिक रूप से जनक के समान संतानें उत्पन्न होती हैं, जिन्हें क्लोन कहते हैं।
Quest-28: ग्राफ्टिंग (grafting) में जिस पौधे का तना रोपा जाता है, उसे क्या कहते हैं?
- स्टॉक (Stock)
- सायन (Scion)
- मूल (Root)
- कंद (Tuber)
उत्तर: (2) सायन (Scion)
व्याख्या: ग्राफ्टिंग में, जिस पौधे का तना या कली दूसरे पौधे पर रोपी जाती है, उसे सायन (Scion) कहते हैं। जिस पौधे की जड़ें उपयोग होती हैं, उसे स्टॉक (Stock) कहते हैं।
Quest-29: पौधों में जनन अंगों का मुख्य कार्य क्या है?
- प्रकाश संश्लेषण
- श्वसन
- युग्मक उत्पन्न करना
- जल का अवशोषण
उत्तर: (3) युग्मक उत्पन्न करना
व्याख्या: पौधों में जनन अंग, जैसे फूल, का मुख्य कार्य युग्मक (नर और मादा) उत्पन्न करना है, जो लैंगिक जनन के लिए आवश्यक हैं।
Quest-30: किस विधि द्वारा उत्पन्न नए पौधों में जनक पौधों के सभी गुणधर्म संरक्षित रहते हैं?
- लैंगिक जनन
- पर-परागण
- कायिक प्रवर्धन
- द्विनिषेचन
उत्तर: (3) कायिक प्रवर्धन
व्याख्या: कायिक प्रवर्धन अलैंगिक जनन की एक विधि है। इसमें कोई आनुवंशिक मिश्रण नहीं होता, इसलिए उत्पन्न नए पौधों में जनक पौधों के सभी वांछित गुणधर्म (जैसे फूलों का रंग, फल का स्वाद, रोग प्रतिरोधक क्षमता) पूरी तरह से संरक्षित रहते हैं।