प्राचीन भारत की महत्वपूर्ण घटनाओं का क्रम

घटनाक्रम : प्राचीन भारत
9000-7000 | भीमबेटका की गुफायें, मध्य प्रदेश |
7000-3300 | बलूचिस्तान में नवपाषाण स्थल (मेहरगढ़) |
3300-2500 | सिंधु सभ्यता की शुरुआत /प्रारंभिक काल |
2700 | मेसोपोटामिया में किश से प्राप्त सिंधु मुहर की तारीख |
2500-1750 | सिंधु सभ्यता का परिपक्व चरण; सिंधु घाटी (मोहनजोदडों और हड़प्पा), राजस्थान (कालीबंगन) तथा गुजरात (लोथल) में विशाल नगरों की सभ्यता |
1750-1500 | सिंधु सभ्यता का परवर्ती चरण/सिंधु सभ्यता का पतन; वैदिक आर्यों का आप्रवास |
1500-1000 | ऋग्वैदिक काल; पंजाब तथा पश्चिमी गंगा-यमुना दोआब में आर्य बस्तियां |
1000 | भारत में लोहे का प्रयोग |
1000-600 | उत्तर वैदिक काल; मध्य एवं पूर्वी गंगा के मैदान में आर्य बस्तियां; जनपद अथवा क्षेत्रीय राजतंत्रों का उदय; आर्य बस्तियों में चित्रित धूसर मृदभांड (PGW) |
817 | तेइसवें तीर्थंकर पार्श्वनाथ के जन्म का परंपरागत वर्ष |
600 | भारत में द्वितीय नगरीकरण की पूर्वी गंगा घाटी में शुरुआत; सोलह महाजनपदों की उत्पत्ति |
563-483 | महात्मा गौतम बुद्ध का काल |
542-413 | मगध का हर्यक वंश का शासनकाल |
540-468 | महावीर स्वामी का काल |
518 | फारस के साम्राज्य के गांधार और सिंध क्षत्रपी; डेरियस प्रथम का बेहिस्तून अभिलेख |
413-364 | मगध का शिशुनाग वंश का शासनकाल |
364-321 | मगध का नंद वंश का शासनकाल |
327-325 | भारत पर सिकंदर का आक्रमण |
326 | हाइडेस्पीस (झेलम) की लड़ाई तथा सिकंदर द्वारा पोरस (पुरुषोत्तम) की पराजय |
323 | सिकन्दर की मृत्यु |
323-184 | मौर्य साम्राज्य का शासनकाल |
305 | सेल्यूकस निकेटर के साथ चंद्रगुप्त का युद्ध |
273-269 | अशोक तथा उसके भाइयों के बीच उत्तराधिकार का युद्ध |
269-236 | अशोक का काल (269-232 ई. पू.) |
260 | अशोक की कलिंग पर विजय (261 ई. पूर्व) 8वें वर्ष |
257 | उपगुप्त द्वारा अशोक को बौद्ध धर्म की दीक्षा |
250 | पाटलिपुत्र में तृतीय बौद्ध संगीति; दक्षिण एशिया तथा हेलेनिस्टिक विश्व में बौद्ध मिशन |
248 | बैक्ट्रिया में यूनानियों की स्वतंत्रता |
232-184 | अशोक की मृत्यु तथा परिवर्ती मौर्य साम्राज्य आरंभ |
184-75 | शुंग वंश (पुष्यमित्र-संस्थापक, देवभूति-अंतिम शासक) |
182 | डेमेत्रियस द्वारा इंडो-ग्रीक साम्राज्य की स्थापना |
166-150 | इंडो-ग्रीक शासकों में मिनांडर का काल |
141 | शकों का बैक्ट्रिया पर अधिकार |
80 | उत्तर-पश्चिम भारत में शक शासक मोयेज |
75-28 | कण्व वंश |
57 | उज्जैन के विक्रमादित्य द्वारा विक्रम संवत् की शुरुआत; उत्तर-पश्चिम भारत में द्वितीय शक शासक एजेज प्रथम |
58 | दक्कन में सातवाहनों का उदय; कलिंग का राजा खारवेल (हाथीगुंफा अभिलेख) |
20-46 | तक्षशिला का महान इंडो-पर्शियन शासक गोंडोफर्नीज; भारत में संत थॉमस |
45 | यू ची लोगों द्वारा उत्तर-पश्चिम भारत में कुजुल कैडफिसिज के नेतृत्व में आक्रमण जिसने यू ची जनजातियों को एकजुट करके कुषाण साम्राज्य की स्थापना की |
46 | ग्रीक नाविक हिप्पॉलस द्वारा मानसून हवाओं की खोज |
75 | प्लिनी की ‘नेचुरल हिस्ट्री’ |
78 | कनिष्क द्वारा शक् संवत् की शुरुआत |
78-100 | कनिष्क का काल; कुषाण साम्राज्य का चरमोत्कर्ष |
80-128 | गौतमीपुत्र शातकर्णी तथा वशिष्ठीपुत्र पुलमावी के अधीन सतवाहनों का पुनरुत्थान |
130-150 | पश्चिम भारत का महान शक् क्षत्रप रुद्रदामन प्रथम |
226 | पर्शिया में सासानियन वंश की स्थापना |
250 | सातवाहन साम्राज्य का विघटन |
319 | चंद्रगुप्त प्रथम द्वारा गुप्त संवत् की शुरुआत |
320-325 | चंद्रगुप्त प्रथम का शासन काल |
320-375 | समुद्रगुप्त का शासन काल, जिसे सैन्य विजयों के कारण भारतीय नेपोलियन कहा जाता है I |
360 | समुद्रगुप्त के दरबार में श्रीलंका के राजदूत का आगमन |
375-415 | चंद्रगुप्त द्वितीय का शासनकाल; गुप्त राज्य का पश्चिम में विस्तार तथा संस्कृत साहित्य का चरमोत्कर्ष |
399-414 | फाह्यान की भारत यात्रा |
415-455 | कुमारगुप्त प्रथम का शासनकाल; नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना; हूणों का प्रथम आक्रमण |
455-467 | स्कंदगुप्त का शासनकाल |
450 | हूणों का आक्रमण |
467-540 | गुप्त वंश का पतन |
500-527 | तोरमाण एवं मिहिरकुल के अधीन उत्तर भारत में हूणों का शासन |
527 | यशोधर्मन द्वारा मिहिरकुल की पराजय |
543-755 | बादामी के चालुक्य (पूर्वी चालुक्य) |
560-903 | कांचीपुरम के महान पल्लव शासक |
606-647 | हर्षवर्धन का काल |
622 | हिजरी (मुस्लिम) संवत् की शुरुआत |
625 | फारस के शासक खुसरो द्वितीय के दरबार में पुलकेशिन द्वितीय का राजदूत |
629 | प्रथम मुस्लिम मस्जिद का निर्माण केरल में हुआ |
630 | नर्मदा के किनारे हर्ष की पुलकेशिन द्वितीय से मुठभेड़ |
630-643 | ह्वेनसांग की भारत यात्रा |
630-1070 | वेंगी के पूर्वी चालुक्य शासक |
634 | पुलकेशिन द्वितीय का ऐहोल अभिलेख |
642 | कांची के नरसिंहवर्मन प्रथम द्वारा बादामी पर अधिकार |
643 | प्रयाग में हर्ष की पंचवर्षीय सभा |
648 | भास्करवर्मन (कामरूप का शासक) ने हर्ष के उत्तराधिकारी को कन्नौज की गद्दी पर बिठाने में मदद की |
675-685 | नालंदा विश्वविद्यालय में इत्सिंग का आगमन |
700-728 | कांची के नरसिंहवर्मन द्वितीय का शासनकाल; समृद्धि एवं सांस्कृतिक गतिविधियों का चरमोत्कर्ष |
712 | सिंध पर अरबों का अधिकार |
743-789 | संतरक्षित एवं पद्मसम्भव (बौद्ध भिक्षु) तिब्बत भेजे गए। |
788 | शंकराचार्य का जन्म |
प्राचीन भारत : महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न
Quest-1: सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल कौन सा है?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- धोलावीरा
उत्तर: (2) मोहनजोदड़ो
व्याख्या: मोहनजोदड़ो, जो अब पाकिस्तान के सिंध प्रांत में है, सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा और सबसे महत्वपूर्ण स्थल माना जाता है। यहाँ एक विशाल स्नानागार, अन्न भंडार और नियोजित शहरी संरचनाएँ मिली हैं।
Quest-2: ऋग्वेद में सबसे महत्वपूर्ण देवता कौन थे?
- विष्णु
- इंद्र
- शिव
- ब्रह्मा
उत्तर: (2) इंद्र
व्याख्या: ऋग्वेद में इंद्र को सबसे प्रमुख देवता माना गया है, जिन्हें “पुरंदर” (किलों को तोड़ने वाला) और वर्षा का देवता भी कहा गया है। उनके सम्मान में सबसे अधिक 250 सूक्त (श्लोक) समर्पित हैं।
Quest-3: “अष्टाध्यायी” की रचना किसने की?
- कौटिल्य
- पाणिनि
- पतंजलि
- आर्यभट्ट
उत्तर: (2) पाणिनि
व्याख्या: “अष्टाध्यायी” संस्कृत व्याकरण पर आधारित एक प्राचीन ग्रंथ है, जिसकी रचना प्रसिद्ध व्याकरणविद् पाणिनि ने की थी। यह भारतीय भाषा विज्ञान के सबसे महत्वपूर्ण कार्यों में से एक है।
Quest-4: जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर कौन थे?
- ऋषभदेव
- पार्श्वनाथ
- महावीर
- अजितनाथ
उत्तर: (3) महावीर
व्याख्या: वर्धमान महावीर जैन धर्म के 24वें और अंतिम तीर्थंकर थे। उन्होंने जैन धर्म के सिद्धांतों का विस्तार किया और इसे एक संगठित रूप दिया।
Quest-5: “चक्रवर्ती” की उपाधि धारण करने वाला पहला गुप्त शासक कौन था?
- चंद्रगुप्त-I
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त-II
- कुमारगुप्त
उत्तर: (1) चंद्रगुप्त I
व्याख्या: चंद्रगुप्त-I को गुप्त वंश का वास्तविक संस्थापक माना जाता है। उन्होंने महाराजाधिराज की उपाधि धारण की और गुप्त संवत की शुरुआत की।
Quest-6: हर्षवर्धन के शासनकाल में कौन सा चीनी यात्री भारत आया था?
- फाह्यान
- ह्वेन त्सांग
- इत्सिंग
- मेगस्थनीज
उत्तर: (2) ह्वेन त्सांग
व्याख्या: ह्वेन त्सांग, जिसे “युवानच्वांग” भी कहते हैं, हर्षवर्धन के शासनकाल में भारत आया था। उन्होंने अपनी यात्रा का वर्णन “सी-यू-की” नामक पुस्तक में किया है, जो उस समय के भारत का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
Quest-7: मौर्य साम्राज्य का संस्थापक कौन था?
- अशोक
- बिन्दुसार
- चंद्रगुप्त मौर्य
- चाणक्य
उत्तर: (3) चंद्रगुप्त मौर्य
व्याख्या: चंद्रगुप्त मौर्य ने अपने गुरु चाणक्य (कौटिल्य) की सहायता से नंद वंश के शासक धनानंद को हराकर मौर्य साम्राज्य की स्थापना की।
Quest-8: “मुद्राराक्षस” नाटक किसने लिखा था?
- विशाखदत्त
- कालिदास
- शूद्रक
- भास
उत्तर: (1) विशाखदत्त
व्याख्या: “मुद्राराक्षस” संस्कृत में लिखा एक ऐतिहासिक नाटक है, जिसमें चंद्रगुप्त मौर्य के सत्ता में आने की कहानी का वर्णन है।
Quest-9: अशोक के शिलालेखों को पढ़ने में पहली सफलता किसे मिली?
- अलेक्जेंडर कनिंघम
- जेम्स प्रिंसेप
- जॉन मार्शल
- व्हीलर
उत्तर: (2) जेम्स प्रिंसेप
व्याख्या: 1837 में, ब्रिटिश पुरातत्वविद् जेम्स प्रिंसेप ने ब्राह्मी लिपि में लिखे अशोक के शिलालेखों को सफलतापूर्वक पढ़ा, जिससे भारतीय इतिहास के कई महत्वपूर्ण पहलुओं का पता चला।
Quest-10: किस भारतीय शासक को “भारत का नेपोलियन” कहा जाता है?
- चंद्रगुप्त मौर्य
- समुद्रगुप्त
- हर्षवर्धन
- अशोक
उत्तर: (2) समुद्रगुप्त
व्याख्या: इतिहासकार वी. ए. स्मिथ ने समुद्रगुप्त को उनकी सैनिक सफलताओं और साम्राज्य विस्तार के कारण “भारत का नेपोलियन” कहा था।
Quest-11: गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति कहाँ हुई थी?
- सारनाथ
- बोधगया
- कुशीनगर
- लुंबिनी
उत्तर: (2) बोधगया
व्याख्या: 29 वर्ष की आयु में घर छोड़ने के बाद, गौतम बुद्ध ने 6 वर्षों तक तपस्या की और 35 वर्ष की आयु में बोधगया (बिहार) में एक पीपल के पेड़ के नीचे उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई, जिसे संबोधि कहते हैं।
Quest-12: हड़प्पा सभ्यता का सबसे पहला खोजा गया स्थल कौन सा था?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- कालीबंगा
उत्तर: (1) हड़प्पा
व्याख्या: 1921 में दयाराम साहनी द्वारा हड़प्पा की खोज की गई थी, जिसके एक साल बाद मोहनजोदड़ो की खोज हुई। इसीलिए इसे हड़प्पा सभ्यता भी कहा जाता है।
Quest-13: वैदिक काल में “सभा” और “समिति” क्या थीं?
- राजसी वस्त्रों के प्रकार
- राजनीतिक संस्थाएँ
- धार्मिक अनुष्ठान
- कर प्रणाली
उत्तर: (2) राजनीतिक संस्थाएँ
व्याख्या: सभा और समिति प्रारंभिक वैदिक काल की दो महत्वपूर्ण राजनीतिक संस्थाएँ थीं। सभा कुलीनों की एक छोटी परिषद थी, जबकि समिति आम लोगों की एक बड़ी सभा थी जो राजा के चुनाव और अन्य महत्वपूर्ण निर्णयों में भाग लेती थी।
Quest-14: मेगस्थनीज ने कौन सी पुस्तक लिखी थी?
- अर्थशास्त्र
- इंडिका
- मुद्रा-राक्षस
- राजतरंगिणी
उत्तर: (2) इंडिका
व्याख्या: यूनानी राजदूत मेगस्थनीज ने मौर्य साम्राज्य की राजधानी पाटलिपुत्र में रहते हुए “इंडिका” नामक पुस्तक लिखी, जिसमें उन्होंने भारतीय समाज, भूगोल और प्रशासन का विस्तृत वर्णन किया।
Quest-15: किस वंश के शासकों ने खजुराहो के मंदिरों का निर्माण करवाया था?
- चंदेल
- चोल
- गुप्त
- पल्लव
उत्तर: (1) चंदेल वंश
व्याख्या: मध्य भारत के चंदेल राजवंश के शासकों ने 9वीं से 12वीं शताब्दी के बीच खजुराहो के शानदार मंदिरों का निर्माण करवाया, जो अपनी जटिल मूर्तियों और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध हैं।
Quest-16: शुंग वंश का संस्थापक कौन था?
- पुष्यमित्र शुंग
- अग्निमित्र
- वसुमित्र
- देवभूति
उत्तर: (1) पुष्यमित्र शुंग
व्याख्या: पुष्यमित्र शुंग ने अंतिम मौर्य सम्राट बृहद्रथ की हत्या करके शुंग वंश की स्थापना की। यह मौर्य साम्राज्य के पतन के बाद मगध में स्थापित हुआ एक ब्राह्मण वंश था।
Quest-17: “सत्यमेव जयते” किस उपनिषद से लिया गया है?
- कठोपनिषद
- मुंडक उपनिषद
- केनोपनिषद
- ईशोपनिषद
उत्तर: (2) मुंडक उपनिषद
व्याख्या: “सत्यमेव जयते” (सत्य की ही जीत होती है) भारत का राष्ट्रीय आदर्श वाक्य है, जो मुंडक उपनिषद से लिया गया है।
Quest-18: त्रिपिटक किस धर्म का पवित्र ग्रंथ है?
- जैन धर्म
- हिंदू धर्म
- सिख धर्म
- बौद्ध धर्म
उत्तर: (4) बौद्ध धर्म
व्याख्या: त्रिपिटक (तीन टोकरियाँ) बौद्ध धर्म के मूल ग्रंथ हैं। इनमें बुद्ध के उपदेशों और भिक्षुओं के नियमों का संकलन है। ये तीन भाग हैं: विनय पिटक, सुत्त पिटक और अभिधम्म पिटक।
Quest-19: गुप्त काल का सबसे प्रसिद्ध खगोलशास्त्री और गणितज्ञ कौन था?
- आर्यभट्ट
- वराहमिहिर
- ब्रह्मगुप्त
- भास्कराचार्य
उत्तर: (1) आर्यभट्ट
व्याख्या: आर्यभट्ट गुप्त काल के सबसे महान खगोलशास्त्री और गणितज्ञ थे। उन्होंने “आर्यभटीय” नामक ग्रंथ लिखा, जिसमें शून्य की अवधारणा, पाई (π) का मान और पृथ्वी के अपनी धुरी पर घूमने की बात कही गई है।
Quest-20: सबसे प्राचीन वेद कौन सा है?
- यजुर्वेद
- सामवेद
- अथर्ववेद
- ऋग्वेद
उत्तर: (4) ऋग्वेद
व्याख्या: ऋग्वेद सबसे पुराना वेद है, जिसकी रचना लगभग 1500-1200 ईसा पूर्व के बीच हुई थी। इसमें देवताओं की स्तुति में लिखे गए भजन (सूक्त) शामिल हैं।
Quest-21: किस शासक ने सांची के स्तूप का निर्माण करवाया था?
- चंद्रगुप्त मौर्य
- बिन्दुसार
- अशोक
- कनिष्क
उत्तर: (3) अशोक
व्याख्या: सम्राट अशोक ने तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में बौद्ध धर्म के प्रचार के लिए सांची के महान स्तूप का निर्माण करवाया था।
Quest-22: “कौटिल्य” का दूसरा नाम क्या था?
- बिन्दुसार
- समुद्रगुप्त
- चाणक्य
- कल्हण
उत्तर: (3) चाणक्य
व्याख्या: कौटिल्य को चाणक्य और विष्णुगुप्त के नाम से भी जाना जाता है। वे चंद्रगुप्त मौर्य के गुरु और प्रधानमंत्री थे और उन्होंने “अर्थशास्त्र” नामक प्रसिद्ध ग्रंथ लिखा।
Quest-23: लोथल कहाँ स्थित था?
- राजस्थान
- गुजरात
- पंजाब
- हरियाणा
उत्तर: (2) गुजरात
व्याख्या: लोथल गुजरात में स्थित एक महत्वपूर्ण हड़प्पाकालीन बंदरगाह शहर था, जो सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र था।
Quest-24: किस चीनी यात्री ने नालंदा विश्वविद्यालय में अध्ययन किया था?
- फाह्यान
- ह्वेन त्सांग
- इत्सिंग
- सुंग यून
उत्तर: (2) ह्वेन त्सांग
व्याख्या: ह्वेन त्सांग ने केवल हर्षवर्धन के दरबार का दौरा ही नहीं किया, बल्कि उन्होंने नालंदा विश्वविद्यालय में बौद्ध दर्शन का अध्ययन भी किया था।
Quest-25: गुप्त काल में जारी की गई सबसे अधिक स्वर्ण मुद्राएं क्या कहलाती थीं?
- दीनार
- पण
- कार्षापण
- निष्क
उत्तर: (1) दीनार
व्याख्या: गुप्त शासकों ने बड़ी संख्या में स्वर्ण मुद्राएं जारी कीं, जिन्हें दीनार कहा जाता था। ये मुद्राएं गुप्त साम्राज्य की समृद्धि को दर्शाती हैं।
Quest-26: सिंधु घाटी सभ्यता के लोगों का मुख्य व्यवसाय क्या था?
- कृषि
- पशुपालन
- व्यापार
- शिकार
उत्तर: (1) कृषि
व्याख्या: सिंधु घाटी सभ्यता के लोग मुख्य रूप से कृषि पर निर्भर थे। वे गेहूं, जौ, चावल और कपास जैसी फसलों की खेती करते थे।
Quest-27: “अष्टांग मार्ग” किस धर्म से संबंधित है?
- जैन धर्म
- बौद्ध धर्म
- हिंदू धर्म
- सिख धर्म
उत्तर: (2) बौद्ध धर्म
व्याख्या: अष्टांग मार्ग या “आठ गुना पथ” बौद्ध धर्म का एक केंद्रीय सिद्धांत है। यह दुःख से मुक्ति और निर्वाण प्राप्त करने का मार्ग है।
Quest-28: “राजतरंगिणी” के लेखक कौन थे?
- बाणभट्ट
- कल्हण
- भवभूति
- कालिदास
उत्तर: (2) कल्हण
व्याख्या: कल्हण द्वारा रचित “राजतरंगिणी” कश्मीर के राजाओं का एक ऐतिहासिक वृत्तांत है। यह भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण स्रोत है क्योंकि यह एक व्यवस्थित और कालानुक्रमिक इतिहास प्रस्तुत करता है।
Quest-29: पल्लव वंश की राजधानी कहाँ थी?
- मदुरै
- कांचीपुरम
- तंजावुर
- बादामी
उत्तर: (2) कांचीपुरम
व्याख्या: कांचीपुरम, जिसे “हजार मंदिरों का शहर” भी कहते हैं, पल्लव वंश की राजधानी थी। यह कला और शिक्षा का एक प्रमुख केंद्र था।
Quest-30: किस शासक ने अपनी राजधानी थानेसर से कन्नौज स्थानांतरित की थी?
- अशोक
- हर्षवर्धन
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त मौर्य
उत्तर: (2) हर्षवर्धन
व्याख्या: सम्राट हर्षवर्धन ने अपने शासनकाल में कन्नौज को अपनी राजधानी बनाया, जिससे कन्नौज उस समय उत्तर भारत का सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक और सांस्कृतिक केंद्र बन गया।