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उत्तर प्रदेश लेखपाल परीक्षा योजना और पाठ्यक्रम

Important Sobriquets of Places in World and India
उत्तर प्रदेश लेखपाल परीक्षा योजना और पाठ्यक्रम
लिखित परीक्षा हेतु परीक्षा योजना और पाठ्यक्रम -

लिखित परीक्षा में एक प्रश्नपत्र होगा, जिसमें कुल 100 प्रश्न होंगे तथा समयावधि दो घण्टा होगी। परीक्षा के प्रश्न वस्तुनिष्ठ एवं बहुविकल्पीय प्रकार के होंगे। प्रत्येक प्रश्न एक अंक का होगा। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए ऋणात्मक अंकन (निगेटिव मार्किंग) का प्रावधान है, जो उस प्रश्न हेतु निर्धारित अंक का 25 प्रतिशत अर्थात 1⁄2 होगी।

परीक्षा योजना -

परीक्षा के भाग, विषय, प्रश्नों की संख्या, कुल अंक और समयावधि नीचे दिये गये विवरण के अनुसार होगा-

भाग विषय प्रश्नों की संख्या कुल अंक समयावधि
भाग-1 1) भारत का इतिहास एवं भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन 05 05                 दो घण्टा (120 मिनट)
2) भारतीय राजव्यवस्था एवं भारतीय संविधान 05 05
3) भारत एवं विश्व का भूगोल 05 05
4) भारतीय अर्थव्यवस्था एवं सामाजिक विकास 05 05
5) ग्राम्य समाज एवं विकास 05 05
6) राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की समसामयिक घटनाएँ 05 05
7) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी 05 05
8) पर्यावरण पारिस्थितिकी एवं आपदा प्रबन्धन 10 10
9) डाटा इंटरप्रिटेशन 10 10
10) सामान्य हिन्दी 10 10
भाग-2 कम्प्यूटर एवं सूचना प्रौद्योगिकी की अवधारणाओं एवं इस क्षेत्र में समसामयिक प्रौद्योगिकी विकास एवं नवाचार का ज्ञान 15 15
भाग-3 उत्तर प्रदेश राज्य से सम्बन्धित सामान्य जानकारी 20 20
                                                                                              योग 100 100
लिखित परीक्षा हेतु परीक्षा योजना और पाठ्यक्रम -

पाठ्यक्रम : भाग-1 (विषयगत ज्ञान)

(1). भारत का इतिहास एवं भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन –

भारतीय इतिहास के अंतर्गत सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक एवं राजनैतिक पक्षों की जानकारी। भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन स्वतंत्रता आंदोलन, राष्ट्रीयता का अभ्युदय तथा स्वतंत्रता प्राप्ति के संबंध में सारपरख जानकारी।

(2). भारतीय राजव्यवस्था एवं भारतीय संविधान –

भारत में संवैधानिक विकास, भारतीय संविधान, भारतीय राजनीतिक व्यवस्था एवं शासन, पंचायतीराज एवं स्थानीय स्वशासन, लोक नीति एवं आधिकारिक मुद्दे तथा सामुदायिक विकास सहित राजनीतिक प्रणाली के ज्ञान।

(3). भारत एवं विश्व का भूगोल –

भारत के भूगोल के अंतर्गत देश के भौतिक, सामाजिक एवं आर्थिक भूगोल, कृषि, बागवानी, वानिकी एवं पशुपालन, जनसंख्या एवं नगरीकरण का प्रारूप, स्मार्ट सिटी एवं स्मार्ट विलेज से सम्बन्धित जानकारी। विश्व भूगोल के बारे में सामान्य जानकारी।

 (4). भारतीय अर्थव्यवस्था एवं सामाजिक विकास –

भारत में आर्थिक नियोजन, उद्देश्य एवं उपलब्धियां, नीति आयोग की भूमिका, सतत विकास के लक्ष्य (Sustainable Development Goals) । सरकार के बजट के अवयव तथा वित्तीय प्रणाली। भारत में कृषि, उद्योग एवं व्यापार वाणिज्य का विकास। भारत में स्वतंत्रता के पश्चात भूमि सुधार। भारत में वैश्वीकरण तथा उदारीकरण के प्रभाव, औद्योगिक नीति में परिवर्तन तथा इनके औद्योगिक विकास पर प्रभाव। आधारभूत संरचना : ऊर्जा, बंदरगाह, सड़क, विमान पत्तन तथा रेलवे आदि।

(5). ग्राम्य समाज एवं विकास –

ग्राम्य विकास भारतीय संदर्भ में, ग्राम्य विकास कार्यक्रम, ग्राम्य विकास योजनायें एवं प्रबन्धन, ग्राम्य विकास शोध प्रणालिया ग्रामीण स्वास्थ्य योजनायें, ग्रामीण सामाजिक विकास, ग्राम्य विकास और भूमि सुधार, केंद्र व राज्य सरकार की ग्राम्य विकास से सम्बंधित योजनायें ।

(6). राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की समसामयिक घटनाएँ –

राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर हाल के घटनाक्रमों का ज्ञान।

(7). विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी –

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विकास एवं राष्ट्रीय सुरक्षा में भारत की विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी नीति का दैनिक जीवन में अनुप्रयोग विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में भारतीयों की उपलब्धियाँ, प्रौद्योगिकी का स्वदेशीकरण नवीन प्रौद्योगिकियों का विकास, द्विअनुपयोगी एवं तकनीकि उपयोगी प्रौद्योगिकियां।

अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, रक्षा प्रौद्योगिकी, ऊर्जा स्रोतों, नैनो प्रौद्योगिकी, सूक्ष्म जीव विज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्र में जागरुकता। बौद्धिक संपदा अधिकारों एवं डिजिटल अधिकारों से संबन्धित मुद्दे ।

(8). पर्यावरण पारिस्थितिकी तथा आपदा प्रबन्धन –

पर्यावरणीय सुरक्षा एवं पारिस्थितिकी तन्त्र, वन्यजीव संरक्षण, जैव विविधता, पर्यावरणीय प्रदूषण एवं क्षरण, पर्यावरणीय संघात आकलन तथा जलवायु परिवर्तन पर सामान्य मुद्दों से सम्बन्धित सामान्य जानकारी।

भारत में आपदा, गैर-पारम्परिक सुरक्षा एवं संरक्षा की चुनौती के रूप में आपदा न्यूनीकरण एवं आपदा प्रबन्धन। आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ( NDMA), राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA), राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) एवं राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) तथा भारत में आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में कार्य कर रही विभिन्न संस्थाएं । विश्व स्तर पर आपदा न्यूनीकरण एवं आपदा प्रबन्धन के क्षेत्र में किये जा रहे प्रयास एवं उपलब्धियां ।

(9) डाटा इंटरप्रिटेशन –

डाटा इंटरप्रिटेशन आंकड़ों की व्याख्या एवं विश्लेषण सांख्यिकीय विश्लेषण ग्राफ और डायग्राम जिनसे अभ्यर्थियों की सांख्यिकीय व ग्राफिकीय डायग्राम सम्बन्धी प्रस्तुत सूचना से सामान्य ज्ञान सम्बन्धी परिणाम निष्कर्ष निकालने की क्षमता की परख हो सके।

(10) सामान्य हिन्दी –

  • शासकीय, अर्द्धशासकीय, वैयक्तिक तथा व्यावसायिक समस्याओं के निराकरण हेतु सम्बन्धित को सम्बोधित पत्र, कार्यालय आदेश, अधिसूचना और परिपत्र सम्बन्धी प्रश्ना
  • वर्ण एवं ध्वनि विचार : उच्चारण, लेखन, स्वर, व्यंजन, मात्रा-पहचान और प्रयोग, ध्वनियों का वर्गीकरणा
  • शब्द रचना : संधि एवं संधि विच्छेद, समास, उपसर्ग, प्रत्यया
  • शब्द प्रकार : (क). तत्सम, अर्द्धतत्सम तद्भव, देशज, विदेशी  (ख). संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, अव्यय (क्रिया विशेषण सम्बन्ध सूचक, विस्मयबोधक, निपात)
  • शब्द ज्ञान : पर्यायवाची, विलोम, शब्द युग्मों का अर्थ भेद, वाक्यांश के लिए सार्थक शब्द, समश्रुत भिन्नार्थक शब्द समानार्थी शब्द, उपयुक्त शब्द चयन, सम्बन्धवाची शब्दावली I
  • शब्द शुद्धि।
  • व्याकरणिक कोटियां : परसर्ग, लिंग, वचन, पुरूष, काल, वृत्ति, पक्ष, वाच्या
  • वाक्य रचना, प्रकार-सरल, संयुक्त, मिश्र, वाक्य शुद्धि
  • विराम चिन्हों का प्रयोग।
  • मुहावरे/लोकोक्तियां।
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